संसार का अन्त कब होगा?
जब कभी महामारी, भूकम्प, समुद्री तूपफ़ान/ प्रचंड तूफान, बाढ़ इत्यादि जैसे प्राकृतिक आपदाएं आती हैं, लोग सोचने लगते हैं कि संसार का अन्त कब होगा। यह गंभीर प्रश्न है जिसे अनदेखा नहीं किया जा सकता है। कुछ लोग इस प्रश्न को पूछते हैं क्योंकि उन्हें मरने से डर लगता है। दूसरे न्याय के दिन से डरते हैं, जबकि अभी भी दूसरे लोग आशा करते हैं कि परमेश्वर इस बुरी गड़बड़ी का जल्द ही अन्त करेगा कि हम उसके प्रेम और धार्मिकता के राज्य में है और उसके राज्य को लाने वाले हैं ताकि मनुष्य शान्ति और आनन्द में जी सके।
केवल परमेश्वर ही, इस प्रश्न का जवाब देने योग्य है, जिसे उसके विश्वासयोग्य भविष्यद्ववक्ताओं के द्वारा बोला गया है और उसके बोलने को लिख दिया गया है और एक पुस्तक बना दी गई है, अर्थात् बाइबल (मत्ती 24:36)। यहां हम इस प्रश्न का जवाब बाइबल के अनुसार देंगे और देखेंगे कि वर्तमान संसार का अन्त कैसे होगा।
सिृष्ट करने का परमेश्वर का उद्देश्य
इससे पहले कि हम यह समझे कि इस संसार का अन्त कब होगा, हमें समझना चाहिए कि परमेश्वर ने आकाश और पृथ्वी की रचना क्यों की। सृष्टि करने में परमेश्वर का उद्देश्य अपने स्वरूप में सृजे, अपने जीवन से भरे गए, उसे अभिव्यक्त करने और सारी पृथ्वी पर उसके शासन के लिए एक सामूहिक मनुष्य के रूप में निर्मित हुए लोगों के एक समूह को पाने का है (उत्पत्ति 1:26)। यह हमसे संकेत करता है कि संसार का अन्त इस सामूहिक मनुष्य के निर्मित हुए बिना नहीं होगा (इफ- 4:12)। परमेश्वर अभी भी अपनी अति उत्तम रचना पर कार्य कर रहा है और आप इसका भाग हो सकते है (इफ- 2:10)।
पृथ्वी को इस्तेमाल किया जा रहा
ब्रह्माण्ड अतुल्य रूप से प्राचीन है। हाल ही का एक अनुमान यह है कि ब्रह्माण्ड की सृष्टि 13.8 अरब वर्ष पहले की गई थी। जिस समय से परमेश्वर ने मनुष्य को सृजा, मनुष्य पृथ्वी के संसाधनों को इस्तेमाल कर रहा है। पिछली शताब्दी से मनुष्यों के द्वारा इन संसाधनों की खपत बहुत ही बढ़ गई है, इस हद तक कि ये तेजी से खत्म होते जा रहें हैं। यदि इसी दर से इसकी खपत होती रही तो, जो तेल हमने बचाए है वो अगली सदी तक न चले। ऑजोन की परत में अन्तराल छेद बहुत ही तेजी से बढ़ते हुए त्वचा कैंसर को बढ़ा सकता है। ग्रीनहाऊस गैसें वातावरण में बढ़ रही हैं, जिससे कि ग्लोब और अधिक गर्म हो सकता है, और मौसम शुष्कता, आग और बाढ़ के साथ बदल रहा है। मौसम की चरमता जैसे कि समुद्री तूफान और प्रचंड तूफान ये प्रायः आते हैं और गंभीर होते हैं। जंगल खत्म हो रहें हैंः जंगली जीवन को रहने के लिए बहुत ही कम स्थान होगा और ऑक्सीजन को उत्पन्न करने के लिए कम सब्जियां होंगी। समुद्र का स्तर ऊंचा उठ रहा हैं और सैकड़ों लाखों लोग बाकी की बची हुई भूमि पर निवास कर रहें है। जल का स्तर कम हो रहा है, जिससे ताजे पानी की वहां कमी हो रही हैं जहां उसकी जरूरत है। रसायन और परमाणु संबंधी अवशेष ताजे पानी की आपूर्ति और समुद्र में रिस रहा है। हवा हर सेकण्ड प्रदूषित हो रही है, जो बहुत से शहरी इलाकों में सांस की समस्या को बढ़ा रही है। संसार की जनसंख्या चारों तरफ से बढ़ती जा रही है। जीने के लिए भोजन की आपूर्ति और अन्य दूसरी चीजों की मांग, हो सकता है हमारे बच्चों के समय में बहुत ही बढ़ जाए। यहां तक कि बड़े परमाणु का सामना किये बिना भी पृथ्वी पर 30 से 50 वर्षों में ऐसा नहीं होगा जैसा आज हम इस ग्रह पर निवास कर रहें हैं। बाइबल हमें बताती है कि एक दिन पृथ्वी की उपयोगिता पूरी हो जाएगी, और यह एक पुराने वस्त्र के समान हो जाएगी जो जलाने के लिए होती है (इब्र- 1:10-12; 2 पत- 3:12)।
दिन संसार के अन्त की ओर ले जा रहे हैं
बाइबल संसार का अन्त कब होगा यह नहीं बताती है। हमें दिन और घड़ी का नहीं पता है (मत्ती 25:13), परन्तु यह हमें बताती है कि वो दिन किस तरह के होंगे जो संसार को अन्त की ओर ले जायेंगे। अन्त के दिनों में, युद्ध होंगे, युद्ध की अफवाहें होंगी और भूकम्प आएंगे (मत्ती 24:6-7)। अन्त के दिनों में अराजकता का वातावरण बढ़ जाएगा (मत्ती 24:12)। परमेश्वर और दूसरे लोगों के प्रति प्रेम ठंडा पड़ जाएगा (मत्ती 24:12)। जीवन बहुत सी चिंताओं से भरा होगा और इन सब चीजों की वजह से लोग चिंताओं से बचने के लिए मन के खुमार और मतवालेपन में भाग लेगें (लूका 21:34)। बाइबल हमें संसार के अन्त तक चार घोड़ों की दौड़ का उदाहरण भी देती है (प्रक- 6:1-8)। चार घोड़े सुसमाचार, युद्ध, अकाल और मृत्यु हैं। यह दौड़ चलती रहेगी और यहां तक कि और भी तेज होगी। इनमें से कोई भी बात छुटेगी नहीं, और जितना अधिक हम इन चीजों के सुधरने की उम्मीद करते हैं, तो वे सुधरेगी नहीं बल्कि और भी खराब होती जाएगी।
जिस तरीके से संसार का अन्त होगा
हांलाकि, बाइबल हमें बताती है कि संसार का अन्त कैसे होगा। यहां कुछ मुख्य बातें हैं। संसार के अन्त से पहले सात वर्षो को साढ़े तीन वर्ष करके दो भागों में विभजित किया गया है। पहले साढ़े तीन वर्ष शान्तिपूर्ण होंगे। उस समय के अन्त के दौरान, परमेश्वर ने उस सामूहिक मनुष्य को उत्पन्न कर लिया होगा जो उसके जीवन से भरा होगा (प्रक- 12:5)। ये लोग जयवंत हैं। तब वह उन्हें स्वर्ग में ले जाएगा। वहां वे शैतान, दुष्ट को हरायेंगे और उसे पृथ्वी पर फेंक देंगे (प्रक- 12:9-11; 14:1)। तब एक अशुद्ध आत्मा एक मनुष्य के भीतर प्रवेश कर जाएगी जिसे मसीह विरोधी कहा जाता है और शैतान अपनी शक्ति उसे देगा (प्रक- 13:2)। यह संसार के आखिर के साढ़े तीन वर्षों की शुरूआत करेगा। बाइबल इस समय को महाक्लेश कहती है (मत्ती 24:11)। तब पृथ्वी एक ऐसा स्थान बन जाएगी जहां कोई भी रहना पसंद नहीं करेगा (प्रक- 3:10)। मसीह विरोधी मानवता को बहुत ही नुकसान पहुंचाएगा, और उसी समय, प्राकृतिक और अप्राकृतिक आपदाएं होगी (प्रक- 11:13)। साढ़े तीन वर्ष के अन्त में, मसीह और उसके जयवंत स्वर्ग से मसीहविरोधी और उसकी सेना को हर-मगिदोन में नष्ट करने के लिए उतरेंगे (प्रक- 16:16; 19:13-16; 17:14)। तब परमेश्वर का राज्य पृथ्वी पर लाया जाएगा और शैतान हजार वर्ष के लिए बंद कर दिया जाएगा (प्रक- 20:2)। हजार वर्ष के अन्त में, शैतान को कुछ समय के लिए छोड़ दिया जाएगा। वह अधिक नुकसान करेगा, तब उसे आग की झील में फेंक दिया जाएगा (प्रक- 19:20; 20:10)। शैतान और उसका साथ देने वालों को वहां सदा के लिए न्याय किया जाएगा। परन्तु वे लोग जो परमेश्वर की ओर मुड़ते हैं और जो परमेश्वर से भरे होने के लिए खुले होते हैं वे परमेश्वर में और परमेश्वर के साथ अनन्तता तक नई की गई पृथ्वी पर जियेंगे (प्रक- 11:15)। आनन्द, शान्ति, और धार्मिकता होगी (प्रक- 22:3, 5)। आंसू, कमियां, बिमारी, चोरी, अधार्मिकता या मृत्यु नहीं होंगे (प्रक- 21:3-4)।
यदि आप मुसीबत से बचना चाहते हैं जो महाक्लेश के दौरान संसार के अन्त के समय में आएगी, तो आज परमेश्वर से पश्चाताप करना और उसे अपने उद्धार के रूप में लेना होगा (मत्ती 4:17; इफिसियों 5:18-19; यूहन्ना 10:10)। यदि आप शैतान के नुकसान और परमेश्वर के न्याय से बचना चाहते हैं, तो हम निम्निलखित रूप से प्रार्थना करने के लिए आपको प्रोत्साहित करते हैंः
‘‘हे प्रभु यीशु! मुझे शैतान के राज्य से निकाल कर परमेश्वर के राज्य में ला। मैं अनन्तता के लिए तुझमें और तेरे साथ जीना चाहता हूँ। मेरा जीवन होने के लिए मुझमें आ। मुझे अभी तेरी जरूरत है ताकि मैं तेरे उद्धार में प्रवेश कर सकूँ।’’
परमेश्वर और मनुष्यजाति के बारे में परमेश्वर की योजना के बारे में पढ़ने के लिए, कृपया हमारी वेबसाइट पर आएंः
https://www.rhemabooks.org/hi/articles/questions-about-god-man-and-what-is-happening-on-the-earth/